रायपुर क्षेत्र के विधायक उमेश शर्मा ‘काऊ’ के हस्तक्षेप के बाद, विधायक निधि या एमडीडीए से पास कार्य को नहीं करेगा निगम
देहरादून: नगर निगम देहरादून ने पूर्व बोर्ड के कार्यकाल में प्रस्तावित कई विकास योजनाओं को निरस्त करते हुए, नई पारदर्शी नीति के तहत 100 वार्डों में ₹35 करोड़ की लागत से नए विकास कार्यों की योजना बनाई है। लोक निर्माण अनुभाग द्वारा नई आवश्यकताओं के अनुसार ताजा एस्टीमेट तैयार कर लिए गए हैं और जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
मुख्य बिंदु
- 550 पूर्व प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा:
पूर्व बोर्ड द्वारा तैयार किए गए 550 विकास कार्यों में से अधिकांश को जांच के बाद निरस्त कर दिया गया है। - 400 कार्यों को मिली मंजूरी:
चार अधिकारियों की समिति द्वारा छंटनी के बाद ₹25 करोड़ की लागत से 400 कार्यों को स्वीकृति मिली थी, लेकिन बरसात और आचार संहिता के चलते कार्य आगे नहीं बढ़ सके। - नई योजनाएं:
अब नए पार्षदों के प्रस्तावों के आधार पर कार्य किए जाएंगे, जो बरसात से पहले पूरे करने का लक्ष्य है।
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विवादित कार्य नहीं करेगा निगम
रायपुर क्षेत्र के विधायक उमेश शर्मा ‘काऊ’ की आपत्ति के बाद यह स्पष्ट किया गया है कि जो कार्य विधायक निधि या एमडीडीए स्तर से होने हैं, उन्हें नगर निगम नहीं करेगा। इस निर्णय से दोहरे टेंडर और वित्तीय पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
नगर आयुक्त के निर्देश
नगर आयुक्त नमामी बंसल ने अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया है कि:
- हर कार्य से पहले और बाद की फोटोग्राफी करवाई जाए।
- सड़क, नाली और पुश्तों की वर्तमान स्थिति का सर्वेक्षण किया जाए।
- सभी कार्य समयबद्ध और गुणवत्ता के मानकों के अनुसार पूरे किए जाएं।
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पूर्व में कई कार्यों पर आपत्ति जताई गई थी:-जैसे कि ऐसी सड़कों को दोबारा बनाना जहां सिर्फ पैच वर्क की जरूरत थी। अब निगम पूरी पारदर्शिता, प्राथमिकता और व्यावहारिकता के आधार पर कार्य करेगा।